काशी के मंदिर: भक्ति और पर्यटन का अनोखा अनुभव

यह भगवान शिव को समर्पित काशी विश्वनाथ मंदिर "स्वर्ण मंदिर" के रूप में प्रसिद्ध है।

माँ अन्नपूर्णा मंदिर, जो "अन्न की देवी" के रूप में पूजी जाती हैं, काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित है।

सिंधिया घाट के पास स्थित संकठा मंदिर "संकट विमुक्ति दायिनी देवी" को समर्पित है और यहां शेर की विशाल प्रतिमा है।

कालभैरव मंदिर को "काशी के कोतवाल" के रूप में जाना जाता है, और बिना उनकी अनुमति कोई काशी में नहीं रह सकता।

मृत्युंजय महादेव मंदिर के पवित्र जल को कई रोगों को नष्ट करने वाला माना गया है।

बीएचयू परिसर में स्थित नया विश्वनाथ मंदिर सभी जातियों और पंथों के लिए खुला है।

तुलसी मानस मंदिर वह स्थान है, जहां तुलसीदास ने "श्री रामचरितमानस" की रचना की थी।

संकटमोचन मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है, जिन्हें मुसीबतों से मुक्ति देने वाला माना जाता है।

दुर्गा मंदिर अपनी खूबसूरत पत्थर की कारीगरी और "दुर्गाकुंड" के लिए प्रसिद्ध है।

भारत माता मंदिर में संगमरमर से बना भारत का नक्शा देशभक्ति का प्रतीक है।