शांति स्तूप सफ़ेद गुम्बद के आकार का है, जो लेह से लगभग 5km दूर चांसपा के पास एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है| इस स्तूप का निर्माण जापानी भिक्षुओं ने बौद्ध धर्म के 2500 वर्ष पुरे होने पर विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए निर्माण करवाया था|
चुम्बकीय पहाड़ी जिसे लेह लद्दाख में मैग्नेटिक हिल के नाम से जाना जाता है| जो घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है| यहाँ एक गुरुद्वारा है, जिसकी देखभाल भारतीय सेना करती है|
भारत के सबसे बड़े बौद्ध मठो में से एक है, हेमिस मठ| जो अपने वार्षिक मुखौटा उत्सव के लिए प्रसिद्द है| यह उत्सव गुरुपद्संभव की याद में मनाया जाता है| जिन्हें गौतम बुद्ध का पुनर्जन्म कहा जाता है|
लेह में लामायुरू शहर एक दिन की यात्रा है| यह छोटा सा गांव अपने लामायुरू मठ के लिए प्रसिद्ध है| इस शहर के लिए यह माना जाता है, कि यहाँ जमीन का एक टुकड़ा चन्द्रमा से उधार लिया गया था|