Places to Visit in Kasol 2025
कालिदास ने अपनी पुस्तक में सही कहा है कि धरती पर उत्तर दिशा में स्थित हिमालय पर्वतों का राजा है जिसमें देवताओं की आत्मा बसती है। पाँच देशों और तेरह राज्यों में स्थित हिमालय और इस हिम के आंचल जैसे प्रदेश यानी हिमाचल प्रदेश। विस्तृत घाटियों से लेकर बर्फ के पहाड़ तक साफ झीलों से लेकर नदियों और तेज धाराओं तक और तीर्थ स्थलों से लेकर जैविक भूमि तक समृद्ध खजाना है। परंपरागत रूप से हिमाचल में सैलानियों का दो से तीन जगहों पे जाना निश्चित होता था। लेकिन हिमाचल सरकार के प्रयास और सोशल मीडिया की मदद के समय के चलते लोगों को असली हिमाचल प्रदेश के बारे में जागरूकता प्राप्त होने लगी है। ऐसी जगहों में सबसे पहला नाम आता है पार्वती नदी के किनारे बसे कसोल का |
तो दोस्तों आज हम बात करेंगे कसोल और उसके आसपास की सात सबसे खूबसूरत जगहों की। जिन्हें आप अपनी ट्रिप में विसित कर सकते हैं।
Places to Visit in Kasol (दिल्ली से Kasol कैसे आए)
कसोल की हिमाचल प्रदेश की पार्वती घाटी में स्थित कौल एक छोटा सा गाँव है जो भारतीय और विदेशी सैलानियों की सबसे पसंदीदा लिस्ट में आता है। कसौल कुल्लू शहर से लगभग छत्तीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और दिल्ली से यहाँ पहुँचने में आपको बारह घंटे का वक्त लगेगा। जिसके लिए आप दिल्ली के मजनू कटीले से एक ओवरनाइट वोल्वो बस लेके यहाँ तक आ सकते हैं। जिसका किराया 1000 से 1200/- तक हो सकता है LOCATION
Places to Visit in Kasol 2025 कसोल के आसपास घूमने की जगह
1- Manikarana – मणिकरण आता है। कौल से लगभग छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित मणिकरण। इसलिए आप बाइक किराए पर लेकर यहाँ तक आ सकते हैं। लेकिन अगर आप मेरी माने तो पैदल चल के या ट्रैक करके यहाँ तक आने में ये जगह आपको और भी खूबसूरत लगेगी। पार्वती नदी के तट पर बसा मणिकर्ण प्रसिद्ध है अपने राम मंदिर, शिव मंदिर और गुरुद्वारा साहिब के लिए। और साथ ही इस जगह में आपको गरम पानी के स्रोत भी देखने को मिलेंगे जिनकी बहुत सी चिकित्सा शक्तियाँ मानी जाती है। कहा जाता है की शिव भगवान और देवी पार्वती घूमते हुए एक बार ऐसे स्थान पे पहुँचे जो हरा भरा था और पहाड़ों से गिरा हुआ था। उस जगह की खूबसूरती से मुक्त होकर उन्होंने कुछ समय वही बिताने का फैसला किया। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव और देवी पार्वती ने इस जगह पे लगभग ग्यारह सौ साल बिताए थे और यहाँ के गरम पानी में नहाकर बहुत से चर्म रोगों का इलाज भी होता है। दोस्तों। मणिकरण कसोल से इतना पास है की आप पूरा दिन वहाँ घूम कर शाम को आराम से कसोल वापिस लौट सकते हैं।
2- Grahan village- ग्रहण कसौल से लगभग पाँच से छह घंटे की दूरी पर स्थित है और ये एक बहुत ही छोटा सा गाँव है जहाँ पे आपको चालीस से पचास के बीच में घर देखने को मिलेंगे। कौल से ग्रहण तक का सफर बहुत ही खूबसूरत नज़ारों से भरा पड़ा है और जहाँ एक ज़माने में ये सफर आपको पैदल ही तय करना होता था, वहीं अब आधे रास्ते तक आप गाड़ी का उपयोग कर सकते हैं और उसके बाद आप ट्रैक कर सकते हैं। यदि आप मन की शांति आश्चर्यजनक खूबसूरत दृश्य और गाँव की उचित जीवन शैली जीना चाहते हैं या फिर वर्क फ्रॉम होम के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन ढूँढ रहे हैं तो ग्रहण से खूबसूरत जगह आपको नहीं मिल सकती। और यहाँ पे आपको होमस्टेज पाँच सौ से हज़ार तक ईजिली मिल जाएंगे और उन्हें आप वहीं जाके बुक कर सकते हैं। आप यहाँ ऊँचे चीड़ के पेड़ों के नीचे प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। और साथ ही नवंबर दिसंबर जनवरी में आपको यहाँ भारी बर्फ देखने को मिलेगी वहीं अगर आपको ग्रीनरी देखनी है तो आप यहाँ सप्टेंबर अक्टूबर के महीने में आ सकते हैं। MAP LOCATION
3- Tosh Village – विलेज तोश विलेज कसोल से लगभग अठारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ पे आप टैक्सी या फिर एक लोकल बस करके ईजिली आ सकते हैं जिसका किराया सत्तर से अस्सी रुपए के आस पास रहता है। पार्वती घाटी के दूर छोर पर बसा हुआ ये छोटा सा गाँव तोश पर्यटकों को शांति और सुकूत देने वाली जगह है और साथ ही हिमालयन आर्किटेक्चर से बने हुए घर देखने को मिलेंगे जो आपकी ट्रिप में चार चाँद लगा देंगे। इस विलेज में आपको हॉस्टल में तीन सौ से पाँच सौ रुपए पेर बेड प्राइस पे मिल जाएँगे। और साथ ही अगर आप star ging और एक off beat experience चाहते हैं तो तोश आपके लिए perfect जगह होगी। MAP LOCATION
4- Kheerganga Trek distance – खीरगंगा ट्रैक खीरगंगा ट्रैक लगभग एक चौदह किलोमीटर का ट्रैक है जिसको आप विलेज तोश या फिर विलेज पुलगा से स्टार्ट कर सकते हैं तोश से नकतान तक की चढ़ाई आपको एक डिसेंट मिलेगी। लेकिन उसके बाद track थोड़ा सा मुश्किल हो जाएगा। हमने ये ट्रैक जून महीने में किया था और जून महीने के नज़ारे आप अपनी स्क्रीन पर देख सकते हैं कि उस टाइम यहाँ पे कितनी ग्रीनरी थी। खीरगंगा ट्रैक ना सिर्फ हिमाचल। बल्कि भारत के सबसे खूबसूरत ट्रैक्स में से एक है जिसे हर उम्र का इंसान बहुत ही ईजिली कंप्लीट कर सकता है। और साथ ही इस ट्रैक में आपको बहुत से झरने देखने को मिलेंगे जहाँ पे अपनी पानी की बॉटल रिफिल कर सकते हैं। खीरगंगा ट्रक के लिए आप तोश या फिर पुलगा से सुबह आठ नौ बजे स्टार्ट कर ले और अगर आप धीरे धीरे भी इस ट्रक को करेंगे तो आप तीन बजे तक खीरगंगा पहुँच जाएँगे। खीरगंगा टॉप पे पहुँचने के बाद आपको बहुत ही अद्भुत नज़ारे दिखने वाले हैं। चारों ओर पहाड़ों से गिरे बीच में आपको होत वाटर पूल देखने को मिलेगा जो पुरुष और महिलाओं के लिए अलग- अलग रहता है जिसमें गरम पानी में नहाकर आप अपने शेर की सारी थकान मिटा सकते हैं और साथ ही थाउजेंड रुपीस पेर पर्सन में आपको फूड और स्टे यहाँ पे मिल जाएगा। और साथ ही भगवान कार्तिकेय का मंदिर भी आपको यहाँ देखने को मिल जाएगा। ऐसा माना जाता है की सत्युग काल में भगवान शिव और पार्वती के आशीर्वाद से गंगा नदी से खीर निकली थी। बाद में कलियुग आने पर परशुराम ने खीर की धारा को रोककर उसे गरम पानी में परिवर्तित कर दिया।
Note – Kheerganga Trek Package – खीरगंगा ट्रेक करने के लिए आपको बहुत से ट्रैवल एजेंट पैकेज भी प्रोवाइड करते हैं यदि आप कपल है या ग्रुप के साथ आना चाहते हैं तो पैकेज लेकर के भी खीरगंगा ट्रैकिंग कर सकते हैं यदि आप ग्रुप के साथ ट्रैक करते हैं तो आपको रास्ता बिल्कुल पता नहीं चलेगा और पैकेज लेकर के यह काम अगर आप करते हैं तो आपको बहुत सी सुविधाएं उसे पैकेज में भी मिल जाती है MAP LOCATION
5- Pulga Village – पुलगा गाँव कसोल से लगभग अठारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वह कसोल के आसपास घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। पुलगा गाँव अपनी प्रकृतिक खूबसूरती और लकड़ी के घरों के लिए जाना जाता है और साथ ही पुलगा को फेरी फॉरेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। और आज भी ये गाँव आधुनिक सुविधाओं से वंचित है। तो ये हिमालय की परफेक्ट लाइफ फील करने के लिए परफेक्ट विलेज है। MAP LOCATION
6- Kutla Village- कुटला विलेज जो कसोल से लगभग तीन घंटे की दूरी पर स्थित है और यहाँ आने के लिए पहले आपको तोश विलेज तक आना होगा और तोश से एक से दो घंटे के ट्रैक में आप पहुँच जाते हैं कुटला विलेज। तोस से कुटला का रास्ता बेहद दर्शनीय है ये बर्फ से ढके पहाड़ों और झरनों के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। गर्मियों के महीने में इन झरनों के आसपास आपको कई सारे कैफे देखने को मिलेंगे। अगस्त के महीने में पूरा कुटला गाँव। हरे रंग के सेबों से भरा पड़ा दिखता है। सौभाग्य से कुटला के बारे में लोग बहुत ज़्यादा नहीं जानते और इसलिए अभी तक ये गाँव खूबसूरती और प्रकृति से बरकरार है
7- Malana Village Trek – कसोल से Malana Village Trek लगभग 18 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है और यहाँ आने के लिए आप बाइक रेंट पे ले सकते हैं या फिर लोकल टैक्सी का सहारा भी जिसका 1500 -2000/- तक वेरी कर सकता है। कसोल से Malana Village Trek बहुत ही रोमांचकपूर्ण है और साथ ही यहाँ पे आपको क्लफ हैंगर रोड्स भी देखने को मिलेंगे। मलाना विलेज के बसे पॉइंट तक पहुँचने के बाद आपको मलाना गाँव तक पहुँचने के लिए एक से दो घंटे का एक बेसिक ट्रैक करना पड़ेगा। हमने ये ट्रैक नवम्बर में किया था इसलिए यहाँ पे ज़्यादा ग्रीनरी नहीं है। लेकिन अगर आप जून जुलाई के टाइम ये ट्रैक करेंगे तो आपको बहुत ज़्यादा ग्रीनरी देखने को मिलेगी। मलाना गाँव को वर्ल्ड की ओल्डेस्ट डेमोक्रेसी माना जाता है और यहाँ के लोग ऐसा मानते हैं की वो एलेक्जेंडर थे ग्रेट के वंशज हैं। और यहाँ की एक और बहुत सी दिलचस्प बात है कि यहाँ के लोग एक लोकल भाषा बोलते हैं जिसे कनाशी कहा जाता है और उसे यहाँ के लोगों के अलावा कोई भी समझ नहीं सकता और एक और चीज़ आप कभी भी इस गाँव में जाएँ तो यहाँ के किसी भी घर या वस्तु को हाथ न लगाएं क्योंकि यहाँ पे इस चीज़ का प्रतिबंध है और इसके लिए आपको फाइन भी देना पड़ेगा। और मलाना विलेज के बाहर आपको लोकल टेंट्स या स्मॉल कैफेस रहने के लिए मिल जाएँगे जहाँ पे आप रात बिता सकते हैं। MAP LOCATION
Budget for 2 days
Single Person – 4000 to 5000/-
Couple – 4000 to 5000/-