पटना में घूमने की जगह
पटना का पटन देवी मंदिर प्राचीन इतिहास से जुड़ा है और इसे मां पटनेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है।
गोलघर का निर्माण 1786 में कैप्टन जॉन गारस्टिन ने अनाज भंडारण के लिए करवाया था और यह 145 सीढ़ियों से घिरा हुआ है।
पटना तारामंडल खगोल विज्ञान के प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान है, जहां खगोलीय फिल्मों का प्रदर्शन होता है।
महात्मा गांधी सेतु, गंगा नदी पर बना 5.7 किलोमीटर लंबा पुल है, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा पुल है।
पटना साहिब गुरुद्वारा, सिखों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जिसका निर्माण महाराजा रणजीत सिंह ने करवाया था।
पटना संग्रहालय, जिसे जादूघर भी कहा जाता है, में 50,000 से अधिक दुर्लभ कला वस्तुएं देखने को मिलती हैं।
संजय गांधी जू में टॉय ट्रेन और विभिन्न जानवरों के साथ प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है।
महावीर मंदिर, हनुमान जी को समर्पित उत्तर भारत का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक मंदिर है।
गंगा नदी के किनारे बसे इस ऐतिहासिक शहर का प्राचीन नाम पटलिपुत्र था।
विदेशी और स्थानीय पर्यटकों के लिए पटना में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल अद्वितीय आकर्षण का केंद्र हैं।